पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि दिवाली के बाद देश ने एक बड़ा फैसला लिया. उन्होंने कहा कि अब नए संकल्प और उमंग के साथ देश के लोग नए साल में कदम रखेंगे. बुराई के खिलाफ लोगों से सरकार का पूरा साथ दिया. सरकार और देशवासी भ्रष्टाचार के खिलाफ कंधा से कंधा मिलाकर लड़ रहे हैं. पीएम ने अपने संबोधन में बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अब शहरों में 9 लाख रुपये तक का घर बनाने के लिए ब्याजदर में 4 प्रतिशत छूट दी जाएगी. जबकि 12 लाख रुपये तक लोन पर 3 फीसदी की छूट दी जाएगी. गांवों में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत साल 2017 से 33 फीसदी ज्यादा घर बनाए जाएंगे.
गौरलतब है कि इससे पहले 8 नवंबर 2016 को शाम में देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का ऐलान किया था. पीएम मोदी ने कालेधन और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए 500 और हजार रुपये के नोट को अवैध करार देते हुए उसे प्रचलन से बाहर करने की घोषणा की थी. इसके लिए उन्होंने देशवासियों से 50 दिन का वक्त मांगा था, 30 दिसंबर को ही नोटबंदी के 50 दिन पूरे भी हो गए. इस दरम्यान नोटबंदी के साथ लिए गए फैसलों में बार बार बदलाव भी किए गए, जिसकी देशव्यापी आलोचना होती रही . नोटबंदी से लोगों को नकदी की काफी दिक्कतें आईं, लाखो लोग बेरोजगार हो गये, हजारो हजार परिवार तबाह हो गए. विश्व की लगभग सभी आर्थिक व प्रबंध संस्थाए भारत की नोट्बंदी को प्रतिगामी और राजनेतिक उदेश्य से उठाया गया कदम बता कर इसके असफल और मुद्रा के प्रति अविश्वास बदने वाला कदम बताती रही हे, जिस पर प्रधानमंत्री ने कोई आंकड़ो सहीत ठोस स्पस्टीकरण नहीं दिया.
पीएम मोदी ने कहा कि बड़े नोट से केवल महंगाई और कालाधन बढ़ रहा था. बड़े नोट गरीबों का हक छीन रहा था. उन्होंने कहा कि कैश अगर अर्थव्यवस्था के साथ तो देश का विकास होता है लेकिन देश में वैसा नहीं हो रहा था. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हम सच्चाई से कब तक मुंह मोड़ते रहेंगे.ये सरकार सज्जनों की मित्र है और दुर्जनों को सज्जनता के रास्ते पर लौटाने के लिए उपयुक्त वातावरण को तैयार करने के पक्ष में है. कानून अपना काम करेगा. सरकार की प्राथमिकता ईमानदार लोगों को प्रतिष्ठित करने की है. पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए पूछा क्या आपको नहीं लगता कि देश की भलाई के लिए ईमानदारी के आंदोलन को और अधिक ताकत देने की जरूरत है.
नोटबंदी के फैसले को तारीफ करते हुए पीएम ने कहा कि हिंदुस्तान ने जो करके दिखाया है, ऐसा विश्व में तुलना करने के लिए कोई उदाहरण नहीं. उन्होंने कहा, ‘बैंकिंग व्यवस्था को सामान्य करने पर ध्यान केंद्रित किया जाए. विशेषकर ग्रामीण इलाकों में, दूर-दराज वाले इलाकों में प्रो-एक्टिव होकर हर छोटी से छोटी कमी को दूर किया जाए’. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, कालाधन, जालीनोट के खिलाफ लड़ाई में आप एक कदम भी पीछे नहीं रहना चाहते हैं, आपका ये प्यार आशीर्वाद की तरह है.
पीएम की मानें तो देशवासियों ने जो कष्ट झेला है, वो भारत के उज्जवल भविष्य के लिए नागरिकों के त्याग की मिसाल है. हर हिंदुस्तानी के लिए सच्चाई और अच्छाई कितनी अहमियत रखती है. प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हम कहते हैं कि ‘कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी’… इस बात को देशवासियों ने जीकर दिखाया है. दीवाली के बाद की घटनाओं से ये सिद्ध हो चुका है कि करोड़ों देशवासी ऐसी घुटन से मुक्ति के अवसर की तलाश कर रहे थे. उन्होंने कहा कि दिवाली के तुरंत बाद हमारा देश ऐतिहासिक शुद्धि यज्ञ का गवाह बना.
नोटबंदी के 50 दिन पूरे होते ही सरकार ने एटीएम से कैश निकालने की लिमिट बढ़ा दी. शुक्रवार यानी 30 दिसंबर को सरकार की ओर से घोषणी की गई कि अब नए साल से लोग हर रोज एटीएम से 4500 रुपये निकाल सकेंगे. नोटबंदी के दौरान एटीएम से 2500 रुपये तक कैश निकालने की लिमिट तय की गई थी. जो 1 जनवरी बढ़ जाएगी . हालांकि बैंक से कैश निकालने की लिमिट नोटबंदी के बाद भी हर हफ्ते 24 हजार रुपये ही है.