मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 के लिए 28 नवंबर को मतदान होंगे। प्रदेश में राजनीतिक दलों के नेता धुआंधार प्रचार कर रहे हैं और अपने उम्मीदवार के पक्ष में वोट मांग रहे हैं। इस बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नियमित करने को लेकर बड़ा एलान किया है।
कमलनाथ ने सोशल मीडिया ट्वीटर में लिखा है, ” हमारा वचन – हम आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आंगनबाड़ी सहायिका तथा आशा कार्यकर्ताओं को नियमित करेंगे। साथ ही मध्यान भोजन का काम करने वाले रसोइयों का मानदेय बढ़ाया जाएगा। हम स्व-सहायता समूह की महिलाओं का कर्ज माफ करेंगे।”
हमारा वचन –
हम आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आंगनवाड़ी सहायिका तथा आशा कार्यकर्ताओं को नियमित करेगे…
साथ ही मध्यान भोजन का काम करने वाले रसोइयों का मानदेय बढ़ाया जाएगा…
हम स्व सहायता समूह की महिलाओं का क़र्ज़ माफ करेंगे..
हमारा वचन –
हम आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आंगनवाड़ी सहायिका तथा आशा कार्यकर्ताओं को नियमित करेगे…
साथ ही मध्यान भोजन का काम करने वाले रसोइयों का मानदेय बढ़ाया जाएगा…
हम स्व सहायता समूह की महिलाओं का क़र्ज़ माफ करेंगे..— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 19, 2018
भाजपा ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए मानदेय बढ़ाने की बात को चुनाव के दौरान किया गया वादा करार दिया है। प्रदेश भाजपा नेता हितेश वाजपेयी ने कहा कि यह चुनाव के समय लॉलीपॉल करार दिया है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने एक टीवी चैनल से कहा, “पिछले 15 साल से सरकार ने अन्याय किया है। भाजपा ने प्रदेश में इतनी बड़ी संख्या में मौजूद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की अनदेखी की है। इसलिए इन वंचितों को अधिकार देंगे।”